शनिवार, 18 जुलाई 2009

पाक अधिकृत काशमीर

पाक अधिकृत काशमीर

पूरा काशमीर हमारे देश भारत का अभिन्न अंग है

किन्तु

विश्व के मानचित्र में भारत का आधा सिर गायब।

विश्व मानचित्र में पाक अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान का ही भाग दिखाया गया है।

यह एक वास्तविक एवं कड़वी सच्चाई है जिससे हम कितना भी मुंह छुपाना चाहें, नहीं छुपा सकते हैं। यह हमारे देश के लिए एक बहुत बड़े शर्म की बात है। यह एक खूबसूरत चेहरे पर बड़े से फोड़े के समान है जो कि ठीक माथे पर हो गया है और जिसे तो ढ़का जा सकता है इस पर ही मलहम लगाया जा सकता है, और तो और अन्दर ही अन्दर बढ़ता और जहर फैलता जा रहा है। हमारे लिए यह और शर्म की बात यह है कि हमारी सेना विश्व की सबसे बड़ी एवं ताकतवर सेनाओं में से एक है और जो सिर्फ कुछ दिनों बल्कि घन्टों के आपरेषन से इस समस्या को खत्म कर सकती है किन्तु इतना साहस तो दुनिया ने कभी आजाद भारत की राजनीती में नहीं देखा।


यह एक ऐसा विषय है जिस पर तो सरकार ने कभी संजीदगी से लिया ही कभी मीडिया ने अपने लिए कोई मुद्दा समझा। कभी कभार पेपरों मे छप जाता है वह भी किसी गुमशुदा या विज्ञापन की तरह छोटे से किसी कोने में।

इस लेख के शीर्षक और नीचे की तीन पंक्तियों को पढ़कर बहुत आशचर्य या अटपटा लग रहा होगा किन्तु वास्तव में हमारे देश भारत के नक्षे को वर्षों से गलत तरीके से दिखाया जाऐ और हमारा देश आधिकारिक, सांकेतिक, या झूठा विरोध भी दर्ज नहीं करवाऐ तो यह हमारे भारत जैसे गोरवशाली, शक्तिशाली एवं विशाल देश के लिए वाकई बड़े शर्म की बात है।

भारत जैसे विशाल स्वाभीमानी देश एवं उसकी सवा सौ करोड़ से ज्यादा जनता के लिए यह वाकई बड़े शर्म की बात है कि उसके देश के नक्षे में आधे काशमीर (पी.ओ.के.) यानि पाक अधिकृत काषमीर को भारत के नक्षे से काट कर पाकिस्तान के हिस्से में दिखाया जाए। ऐसा चोरी छुपे नहीं बल्कि आधिकारिक रुप से पूरे विश्व के द्वारा किया जा रहा है। इसके पीछे कारण भी है कि भैंस जिसके बाड़े में बंधी होती है उसकी मानी जाती है। और आधे (पी.ओ.के. - पाक अधिकृत काष्मीर) काश्मीर पर पाकिस्तान ने वर्षो से कब्जा कर रखा है।

यह कोई मजाक या कौतूहल का विषय नहीं बल्कि हमारे देश की प्रतिष्ठा एवं आत्म सम्मान का विषय है कि हमारे देश के मस्तक कश्मीर को हमारे देश के नक्शे से काट दिया जाए। यह हकीकत है जिसे हम चाहकर भी अस्वीकार नहीं कर सकते हैं। आज ही नहीं बल्कि कई वर्षों पूर्व में हीं विश्व के द्वारा यह स्वीकार कर लिया गया है कि पाक अधिकृत कश्मीर पाकिस्तान का ही हिस्सा है। मतलब यह है कि विश्व के सभी देशॊ में सिर्फ भारत सरकार द्वारा पूरे काश्मीर को भारत का अभिन्न अंग दिखया जा रहा है किन्तु भारत के अलावा सभी देश पी.ओ.के. अर्थात आधे काशमीर को पाकिस्तान का हिस्सा दिखा रहे हैं।

हमारे देश की स्थिति अश्वत्थामा की स्थिति है जिसे उसके गरीब मातापिता आटे के घोल में पानी मिलाकर यह कहकर पिलाते थे कि बेटा यह दूध है। एक दिन जब उसने अपने पड़ोसी के यहाँ दूध पिया तो उसे पता लगा कि असली दूध क्या है। ठीक है अश्वत्थामा के पिता श्री द्रोणाचार्य तो उस समय काफी गरीब थे किन्तु भारत सरकार आज कहीं से भी किसी प्रकार से भी कमजोर, मजबूर नहीं है फिर क्यों हमारी सरकार नें आज तक कभी भी किसी भी मंच पर इसका पुरज+ोर विरोध नहीं किया।

सरकार आज यह भी नहीं कह सकती कि उसे मालुम नहीं क्योंकि इन्टरनेट पर डब्लयू.डब्लयू.डब्लयूवर्ल्ड एटलस.काम या किसी भी विश्व के नक्षों की साइटों पर देखा जा सकता है। नक्शों के बहुत से साफ्टवेयर (कम्पयूटर प्रोग्राम) भी हैं जो पूरे विश्व के नक्शों के बारे में पूरी जानकारी देते हैं जैसे 'एमीग्लोब, विनग्लाब, वर्ल्ड एटलस आदि। इन साइटों एंव साफ्टवेयरों में पाक अधिकृत कष्मीर को पाकिस्तान का अभिन्न अंग दिखाया गया है एवं भारत के मस्तक को आधा दिखाया गया है। इस साइटों या साफ्‌टवयरों को जो सूचना मिली होगी वह विश्व के नक्शों का आधिकारिक स्त्रोत ही होगा जहां सभी देशो के बारें में सूचना होगी।


इस विषय में जानकारी के अभाव में हमारे देश में इस संदर्भ में कभी सामाजिक जागरुकता नहीं आई। कभी भी राजनैतिक स्तर पर इसका कोई विरोध नही किया गया और ही कभी हमारी सरकार ने इस विषय पर कभी संजीदगी दिखायी।अगर सरकार कभी भी इस बारे में कोई बयान जारी करती तो समाचार पत्रों के माध्यम से लोगों को इस बारे में पता चलता। सिर्फ राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बयानबाजी से हमारे नेता या हमारी सरकार पाक अधिकृत कश्मीर को कभी वापस नहीं पा सकती।

अगर हम मान लें की भारत सरकार ने विश्व समुदाय के सामने पाक अधिकृत कश्मीर पर अपना अधिकार छोड़ दिया है तो हमें हमारे देश की पाठ्य पुस्तकों से भारत के मानचित्र में से आधे काश्मीर को हटा देना चाहिए। क्यों हम हमारे बच्चों को झूठी षिक्षा दें कि पूरा काश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। हमें हमारे बच्चों को हमारे देश की सच्ची एवं वास्तविक जानकारी देनी चाहिए। हमें नही भूलना चाहिए की चीन ने भी हमारी हजारों किलोमीटर जमीन हमसे छीन रखी है और हम कुछ नहीं कर पर रहे है या नहीं करना चाहते हैं।

पाकिस्तान हमेषा हर मंच पर काश्मीर की बात करता है। यहां एक बात और गौर करने की है कि जो भाग पाकिस्तान के कब्जे में पहले से ही है वह उसकी बात नहीं बल्कि हमारे पास जो काश्मीर है वह उसकी बात करता है। अगर हमारी सरकार यूं ही राजनीति एवं बयानबाजी में समय व्यतीत करती रहीं तो कहीं पाकिस्तान हमारे बचे हुए काश्मीर को भी विश्व मानचित्र में अपने देश में मिलवा ले।

सरकार को चाहिए कि वह काशमीर के प्रति अपना रुख साफ करे कि क्या वह हमारे जीवन काल या हमारे आने वाले बच्चों के जीवनकाल में कभी कश्मीर के प्रति राजनीति से उपर उठकर गंभीरता से सोचेगी और पूरे काश्मीर को भारत में मिला पाऐगी ताकि हम और हमारी आने वाली पीढ़ियाँ भारत की सैनिक एवं राजनीतिक शक्ति पर गर्व कर सके।

( सुनील पटेल )
फोन
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E-mail : sunilpatel321@gmail.com

यह लेख मैंने देश के लगभग सभी समाचार पत्रों, समाचार चैनलों के भेजा किन्तु आज तक नहीं छपा या प्रसारित हुआ। मुझे यह भी कहा गया कि अगर यह लेख छप जाऐया तो हमारा समाचार पत्र बंद हो जायेगा, सरकार न्यूज चैनल बन्द कर देगी। यह भी कया गया कि यह कोई विषय ही नहीं है।